उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने कार्य-प्रगति की समीक्षा की
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने कार्य-प्रगति की समीक्षा की
· संरक्षा और ढाँचागत कार्यों की समीक्षा
· माल लदान 61.92 मिलियन टन (अप्रैल 2021 से फरवरी, 2020 तक )
· माल लदान में 13.50% की वृद्धि (अप्रैल 2021 से फरवरी, 2020 तक )
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक, श्री आशुतोष गंगल ने आज प्रधान कार्यालय, बडौदा हाउस, नई दिल्ली में उत्तर रेलवे के विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों के साथ एक कार्य-निष्पादन समीक्षा बैठक का आयोजन किया । बैठक में रेलपथों पर संरक्षा, समयपालनबद्धता, बिजनेस डेवलपमेंट और माल लदान पर ध्यान केन्द्रित किया गया । उन्होंने बताया कि उत्तर रेलवे ने इस वर्ष 61.92 मिलियन टन माल का लदान किया जोकि पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 13.50% (अप्रैल, 2021 से फरवरी, 2022 तक) अधिक है ।
उन्होंने कहा कि उत्तर रेलवे के लिए संरक्षा सर्वोपरि है । महाप्रबंधक ने रेलपथों, वैल्डों के अनुरक्षण मानकों को बेहतर बनाने और रेल पटरियों के निकट स्क्रैप को हटाने के लिए जोन में किए गए कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने रेलगाडि़यों के सुगम परिचालन के लिए मंडलों को अभियान चलाने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि पटरियों में दरारों और वैल्ड़ों की निगरानी व्यापक रूप से की जानी चाहिए और कोई त्रुटि नहीं रहनी चाहिए ।
उन्होंने रेलगाड़ियों के निर्बाध परिचालन के लिए रेलपथों पर विद्युत संरक्षा के साथ-साथ रिले व पैनल रूमों में संरक्षा बनाए रखने पर बल दिया । उन्होंने रेल परिचालन में मानवीय त्रुटियों को कम करने पर जोर दिया । उन्होंने विभागाध्यक्षों ओर मंडल रेल प्रबंधकों को समयपालनबद्धता पर ध्यान देने के साथ-साथ संरक्षा को प्राथमिकता देते हुए मालभाड़ा लदान की गति को बनाए रखने के निर्देश दिए ।
फ्रेट बिजनेस डेवलपमेंट पर बोलते हुए महाप्रबंधक ने कहा कि बिजनेस डेवलपमेंट यूनिटों के साथ परस्पर सम्पर्क बनाए रखना चाहिए । उन्होंने निर्देश दिए कि बीडीयू को ग्राहकों के बीच भरोसे, सहयोग और आत्मविश्वास का माहौल बनाए रखना चाहिए । उन्होंने रेलवे द्वारा जा रही रियायतों और उपायों को ग्राहकों तक पहुँचाने के भी निर्देश दिए । उन्होंने यह भी बताया कि हर गुजरते माह के साथ खाद्यान्न और अन्य मदों के लदान में वृद्धि हुई है ।
उत्तर रेलवे अपने ग्राहकों को सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।